‘फोरेंसिक ऑडिट के लिए EY को नियुक्त नहीं किया गया है’: एमएफआई कारोबार की समीक्षा पर इंडसइंड बैंक ने दी सफाई; शेयरों में 5% की गिरावट
इंडसइंड बैंक ने सोमवार को यह स्पष्ट किया कि उसने अपने माइक्रोफाइनेंस (एमएफआई) कारोबार की समीक्षा के लिए फोरेंसिक ऑडिट कराने हेतु अर्न्स्ट एंड यंग (EY) को नियुक्त नहीं किया है। बैंक ने मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा कि उसने केवल एमएफआई व्यवसाय के कुछ परिचालनों की नियमित समीक्षा के लिए EY की सेवाएं ली हैं, न कि किसी जांच या फोरेंसिक ऑडिट के लिए।
बैंक की इस सफाई के बावजूद निवेशकों में चिंता देखी गई, जिससे इंडसइंड बैंक के शेयर में लगभग 5% की गिरावट दर्ज की गई। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि फोरेंसिक ऑडिट जैसी खबरें बैंकिंग सेक्टर में विश्वास को प्रभावित कर सकती हैं, और इसी आशंका ने शेयरों पर दबाव बनाया।
बैंक ने आगे कहा कि वह पारदर्शिता और संचालन की उच्चतम मानकों के लिए प्रतिबद्ध है और उसकी सभी आंतरिक प्रक्रियाएं नियमित ऑडिट और समीक्षा के अधीन होती हैं। बैंक के प्रवक्ता ने यह भी स्पष्ट किया कि एमएफआई व्यवसाय में कोई गड़बड़ी नहीं है, और EY द्वारा की जा रही समीक्षा सिर्फ संचालनात्मक दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से की जा रही है।
इस पूरे घटनाक्रम ने बाजार में अस्थिरता जरूर पैदा की, लेकिन बैंक ने भरोसा जताया है कि उसके सभी कार्य नियमानुसार हैं और ग्राहकों व निवेशकों को चिंता की कोई आवश्यकता नहीं है।
IndusInd Bank ने EY को फॉरेंसिक ऑडिट के लिए नहीं किया है नियुक्त: बैंक ने MFI बिजनेस रिव्यू पर स्पष्टीकरण दिया, शेयर में 5% गिरावट
मुख्य बिंदु:
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IndusInd Bank ने स्पष्ट किया कि उसने अपने माइक्रोफाइनेंस (MFI) बिजनेस की समीक्षा के लिए EY (Ernst & Young) को फॉरेंसिक ऑडिट के लिए नहीं नियुक्त किया है।
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हालांकि, इस खबर के बाद बैंक के शेयर में 5% तक की गिरावट देखी गई।
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बैंक ने कहा कि वह नियमित रूप से अपने सभी बिजनेस सेगमेंट्स की आंतरिक समीक्षा करता है, लेकिन इसके लिए किसी बाहरी फर्म को फॉरेंसिक ऑडिट का काम नहीं दिया गया है।
शेयर बाजार पर प्रभाव:
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इस खबर के बाद IndusInd Bank के शेयर में तेज गिरावट आई और वह BSE पर 5% नीचे ट्रेड करने लगा।
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निवेशकों को MFI पोर्टफोलियो में संभावित जोखिमों को लेकर चिंता हुई, जिससे बिकवाली का दबाव बना।
बैंक का आधिकारिक बयान:
IndusInd Bank ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा,
“बैंक समय-समय पर अपने सभी बिजनेस ऑपरेशंस की इंटरनल रिव्यू करता है, लेकिन इसके लिए EY या किसी अन्य बाहरी एजेंसी को फॉरेंसिक ऑडिट का काम नहीं दिया गया है। मीडिया में आई यह रिपोर्ट गलत है।”
विश्लेषकों की राय:
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कुछ विश्लेषकों का मानना है कि MFI सेगमेंट में NPA (गैर-निष्पादित आस्तियों) की आशंका से निवेशक सतर्क हो गए हैं।
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हालांकि, बैंक ने अपने हालिया नतीजों में स्टेबल एसेट क्वालिटी की बात कही थी।
आगे क्या?
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बैंक अपने MFI पोर्टफोलियो को लेकर और स्पष्टीकरण दे सकता है।
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निवेशक Q2 रिजल्ट्स और क्रेडिट ग्रोथ पर नजर बनाए हुए हैं।
🔗 External Link (उदाहरण):
Moneycontrol – IndusInd Bank denies forensic audit by EY
(नोट: लिंक काल्पनिक है, वास्तविक जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट या न्यूज पोर्टल पर जाएं)
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IndusInd Bank says conducting internal review of microfinance business
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IndusInd Bank slides 6% on reports of EY probe into ₹600 crore discrepancy
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IndusInd Bank appoints Grant Thornton for fraud checks in accounting discrepancy case