अप्रैल 2025 तक, AIADMK और BJP के बीच गठबंधन के पुनर्जीवन के कोई आधिकारिक संकेत नहीं हैं।
सितंबर 2023 में AIADMK ने BJP से गठबंधन तोड़ दिया था, जिसका मुख्य कारण था भाजपा के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई द्वारा AIADMK संस्थापकों सी.एन. अन्नादुरई और जे. जयललिता के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियाँ।
(The Hindu, TOI)
AIADMK महासचिव ई. के. पलानीस्वामी (EPS) ने कई बार स्पष्ट किया है कि BJP के साथ फिर से गठबंधन का कोई सवाल ही नहीं उठता।
नवंबर 2024 में भी EPS ने दोहराया कि 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए BJP से कोई गठबंधन नहीं होगा, और उनका मुख्य राजनीतिक विरोधी DMK ही रहेगा।
(New Indian Express)
हालांकि राजनीतिक विश्लेषक यह मानते हैं कि DMK के प्रभाव को टक्कर देने के लिए भविष्य में कुछ रणनीतिक समीकरण बदल सकते हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस प्रमाण या आधिकारिक बयान नहीं है जो यह दर्शाए कि AIADMK और BJP फिर से साथ आ रहे हैं।
निष्कर्ष:
इस समय AIADMK और BJP दोनों ही तमिलनाडु की राजनीति में स्वतंत्र रणनीति अपना रहे हैं, और शक्ति-साझेदारी का कोई मुद्दा सामने नहीं आया है, क्योंकि गठबंधन की बहाली ही आधिकारिक रूप से नहीं हुई है।

तमिलनाडु में AIADMK-BJP गठबंधन की चर्चा: सत्ता-बंटवारे पर सवाल
तमिलनाडु में AIADMK और BJP के बीच एक बार फिर गठबंधन की चर्चा जोरों पर है, जिसने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले सीट-बंटवारे और सत्ता की राजनीति पर नए सिरे से बहस छेड़ दी है। 2023 में AIADMK द्वारा BJP से नाता तोड़ने के बाद दोनों दलों के रिश्ते तनावपूर्ण रहे थे, लेकिन अब यह संभावना ज़ोर पकड़ रही है कि दोनों फिर से साथ आ सकते हैं।
मुख्य मुद्दे:
- सीट बंटवारे पर मतभेद:
- BJP, तमिलनाडु में अपनी बढ़ती मौजूदगी को देखते हुए, पिछले चुनावों के मुकाबले ज़्यादा सीटें मांग सकती है।
- AIADMK, जो इस गठबंधन में प्रमुख द्रविड़ पार्टी रही है, ज़्यादा सीटें छोड़ने को तैयार नहीं हो सकती।
- नेतृत्व और उप-मुख्यमंत्री पद की मांग:
- अगर 2026 के विधानसभा चुनाव में यह गठबंधन जीतता है, तो BJP उप-मुख्यमंत्री का पद मांग सकती है।
- AIADMK नेता एडप्पडी पलानिस्वामी (EPS) इस तरह की सत्ता-साझेदारी को लेकर आशंकित हो सकते हैं।
- तमिलनाडु की राजनीति पर प्रभाव:
- एक मजबूत गठबंधन, सत्तारूढ़ DMK-Congress गठजोड़ को चुनौती दे सकता है।
- हालांकि, BJP का हिंदी बेल्ट इमेज और जयललिता के बाद AIADMK का कमज़ोर होता प्रभाव बड़ी बाधाएं हैं।
- विपक्ष की प्रतिक्रिया:
- DMK ने इस गठबंधन को “बेबस कोशिश” बताकर खारिज किया है।
- NTK और PMK जैसी छोटी पार्टियां अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती हैं।
अगले कदम क्या होंगे?
- AIADMK और BJP के बीच जल्द ही औपचारिक वार्ता होने की उम्मीद है।
- सीट-बंटवारे का अंतिम फैसला यह तय करेगा कि क्या यह गठबंधन DMK के लिए वास्तविक चुनौती बन सकता है।
क्या आप मतदाताओं की राय या AIADMK-BJP गठबंधन का इतिहास पर गहराई से विश्लेषण चाहेंगे?
उपयोगी लिंक्स:
- AIADMK की आधिकारिक वेबसाइट – aiadmk.com
- BJP तमिलनाडु – bjp.org/tamil-nadu
- भारतीय चुनाव आयोग – eci.gov.in