मुख्य समाचार:
ब्राज़ील के प्रसिद्ध आदिवासी नेता चीफ़ राओनी मेटुक्टायरे (Chief Raoni Metuktire) ने अमेज़न वर्षावन (Amazon Rainforest) में तेल और गैस की खोज (ड्रिलिंग) के प्रस्तावों का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे जंगलों का विनाश, आदिवासी समुदायों का विस्थापन और जलवायु संकट बढ़ेगा।
🔍 मुद्दे की पृष्ठभूमि:
- ब्राज़ील सरकार की योजना:
- राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा (Lula) की सरकार अमेज़न क्षेत्र में तेल और प्राकृतिक गैस की खनन परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही है।
- तर्क: आर्थिक विकास और ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लिए ज़रूरी।
- राओनी का विरोध:
- “तेल ड्रिलिंग से हमारी पवित्र भूमि, नदियाँ और जैव विविधता नष्ट हो जाएगी।”
- केयापो (Kayapó) आदिवासी समुदाय के नेता राओनी ने विश्व नेताओं से हस्तक्षेप की माँग की है।
⚠️ संभावित प्रभाव:
✅ सरकार का पक्ष:
- तेल उत्पादन से रोज़गार और राजस्व बढ़ेगा।
- ब्राज़ील वैश्विक ऊर्जा बाज़ार में प्रमुख खिलाड़ी बन सकता है।
❌ आदिवासियों और पर्यावरणविदों की चिंताएँ:
- वनों की कटाई: ड्रिलिंग से 15 लाख हेक्टेयर जंगल खतरे में।
- प्रदूषण: नदियों में तेल रिसाव से आदिवासियों का जीवन प्रभावित होगा।
- जलवायु परिवर्तन: अमेज़न “पृथ्वी का फेफड़ा” है, इसका विनाश ग्लोबल वार्मिंग बढ़ाएगा।
🌍 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
- यूरोपीय संघ ने अमेज़न संरक्षण के लिए धन रोकने की धमकी दी है।
- संयुक्त राष्ट्र ने ब्राज़ील से आदिवासी अधिकारों का सम्मान करने को कहा।
📌 महत्वपूर्ण लिंक्स:
- चीफ़ राओनी का आधिकारिक बयान (Survival International)
- ब्राज़ील की तेल नीति (Reuters)
- अमेज़न वनों की कटाई पर डेटा (Global Forest Watch)
❓ अब क्या?
- क्या Lula सरकार आदिवासियों की बात सुनेगी?
- क्या अंतर्राष्ट्रीय दबाव ब्राज़ील को रोक पाएगा?
ब्राज़ील के कयापो जनजाति के प्रमुख और विश्वप्रसिद्ध पर्यावरण संरक्षक राओनी मेटुकतीरे ने अमेज़न क्षेत्र में तेल की खोज और ड्रिलिंग का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने यह बयान ब्राज़ील के सबसे बड़े आदिवासी सम्मेलन “अकंपामेंटो टेरा लिव्रे” में दिया, जहाँ उन्होंने पेट्रोब्रास द्वारा अमापा राज्य के पास फोज़ डू अमेज़ोनास बेसिन में प्रस्तावित तेल ड्रिलिंग परियोजना की आलोचना की। Reuters
🛢️ राओनी का विरोध और राष्ट्रपति लूला से संवाद
राओनी ने राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा को व्यक्तिगत रूप से इस परियोजना के प्रति अपनी असहमति से अवगत कराया। हालांकि लूला ने पर्यावरण और आदिवासी अधिकारों के समर्थन में कई कदम उठाए हैं, फिर भी उन्होंने इस तेल परियोजना का समर्थन किया है और पर्यावरण एजेंसी इबामा द्वारा पेट्रोब्रास की ड्रिलिंग लाइसेंस में देरी की आलोचना की है। Humsamvet
🌿 पर्यावरणीय चिंताएँ और इबामा की भूमिका
मई 2023 में, इबामा ने पर्यावरणीय और आदिवासी समुदायों की चिंताओं के आधार पर इस ड्रिलिंग परियोजना की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। हालांकि, पेट्रोब्रास ने इस निर्णय के खिलाफ अपील की है, और अंतिम निर्णय अभी लंबित है।
🌍 COP30 और वैश्विक जलवायु चर्चा
राओनी मेटुकतीरे आगामी COP30 जलवायु सम्मेलन से पहले राष्ट्रपति लूला से मुलाकात की योजना बना रहे हैं, जो नवंबर 2025 में ब्राज़ील के बेलेम शहर में आयोजित होगा। इस बैठक में वे
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