एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक घटनाक्रम के तहत, बांग्लादेश के नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं, उनके कथित पाकिस्तान-प्रेम को लेकर। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब 15 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पाकिस्तान की विदेश सचिव बांग्लादेश के दौरे पर पहुंचीं — यह कदम दोनों देशों के रिश्तों में नई जान फूंकने और सहयोग बढ़ाने की दिशा में माना जा रहा है। डॉ. यूनुस द्वारा पाकिस्तान के प्रति प्रशंसा या समर्थन व्यक्त करने वाले बयानों को लेकर बांग्लादेश के कुछ राजनीतिक वर्गों में तीखी प्रतिक्रिया देखी जा रही है, जो इन्हें देश की मुक्ति संग्राम की भावना के विपरीत मानते हैं। जैसे-जैसे दोनों देश अपने पुराने रिश्तों को फिर से मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे बयानों ने ऐतिहासिक संवेदनशीलता, राष्ट्रीय पहचान और सार्वजनिक हस्तियों की भूमिका को लेकर नई बहस को जन्म दे दिया है।
क्या हुआ?
- नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस (ग्रामीण बैंक के संस्थापक) पर बांग्लादेश सरकार और मीडिया ने “पाकिस्तान-समर्थक” होने का आरोप लगाया है।
- 15 साल बाद पाकिस्तान के विदेश सचिव सईद तारिक फातिमी बांग्लादेश पहुंचे और यूनुस से मिले। इस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की बात हुई।
- बांग्लादेशी नेताओं ने इसे “ऐतिहासिक दुश्मन पाकिस्तान से गठजोड़” बताया, जबकि यूनुस के समर्थकों का कहना है कि यह आर्थिक सहयोग की मुलाकात थी।
विवाद की जड़ें
- 1971 का युद्ध: बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) ने पाकिस्तान से स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी थी, जिसमें 30 लाख लोग मारे गए। आज भी बांग्लादेश में पाकिस्तान के प्रति गहरी नाराजगी है।
- यूनुस का पाकिस्तान कनेक्शन:
- यूनुस ने 2009 में पाकिस्तान के लाहौर में यूनुस सेंटर लॉन्च किया था।
- 2023 में उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों से माइक्रोफाइनेंस पर सहयोग की बात की, जिसे बांग्लादेश में “राष्ट्रविरोधी” बताया गया।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
- बांग्लादेश सरकार: यूनुस पर “देशद्रोह” का आरोप लगाते हुए उनकी संस्थाओं की जांच शुरू की।
- पाकिस्तान: इस मुलाकात को “आर्थिक साझेदारी” बताया, लेकिन बांग्लादेशी मीडिया ने इसे “छुपा एजेंडा” कहा।
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: यूनुस के समर्थकों ने इसे “सामाजिक उद्यमिता का राजनीतिकरण” बताया।
भविष्य के प्रभाव
- यदि यूनुस पर आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनकी नोबेल विरासत धूमिल हो सकती है।
- बांग्लादेश-पाकिस्तान संबंधों में तनाव बढ़ सकता है, खासकर चीन-अमेरिका प्रतिस्पर्धा के बीच।
स्रोत:
- “मोहम्मद यूनुस पाकिस्तान विवाद”,
- “बांग्लादेश-पाकिस्तान राजनीति”,
- “यूनुस पर पाक-समर्थन आरोप”,
- “पाकिस्तानी विदेश सचिव बांग्लादेश दौरा”,
- “Grameen Bank मोहम्मद यूनुस विवाद”,