जम्मू-कश्मीर: पहलगाम हमले के बाद 5 आतंकियों के मकानों को गिराया गया
जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में कड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य के विभिन्न इलाकों में 5 आतंकियों के मकानों को ध्वस्त कर दिया। यह कदम आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत उठाया गया है।
मुख्य बिंदे:
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पहलगाम हमले के बाद कार्रवाई:
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9 जून को पहलगाम में सुरक्षा बलों पर हमला हुआ था, जिसमें एक जवान शहीद हुआ था।
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इस हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया।
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किन आतंकियों के मकान गिराए गए?
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अंसार गजवत-उल-हिंद (AGH) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े 5 आतंकियों के घरों को ढहाया गया।
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इनमें से कुछ आतंकी पहले ही मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं, जबकि कुछ अभी भी फरार हैं।
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घर क्यों गिराए गए?
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जम्मू-कश्मीर प्रशासन की आतंकवाद-रोधी नीति के तहत, आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए गए सुरक्षित ठिकानों और फंडिंग स्रोतों को नष्ट किया जा रहा है।
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इससे आतंकी संगठनों को आर्थिक और लॉजिस्टिक झटका लगता है।
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प्रतिक्रियाएं:
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सुरक्षा बलों का कहना है कि यह कार्रवाई “आतंकवाद के संरक्षकों को सख्त संदेश” देने के लिए है।
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स्थानीय नेताओं ने इस कदम का समर्थन किया है, लेकिन कुछ मानवाधिकार संगठनों ने आपत्ति जताई है।
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क्या यह रणनीति कारगर होगी?
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हाँ, क्योंकि इससे आतंकियों के छिपने और प्लानिंग के ठिकाने खत्म होते हैं।
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लेकिन, आलोचकों का मानना है कि सिर्फ मकान गिराने से आतंकवाद जड़ से खत्म नहीं होगा, बल्कि स्थानीय आक्रोश बढ़ सकता है।
आपकी राय? क्या आतंकवादियों के घर गिराना सही कदम है, या इसके दूरगामी नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं? कमेंट में बताएं!
पहल्गाम आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए विभिन्न जिलों में पांच आतंकियों के घरों को ध्वस्त कर दिया है। यह कदम आतंकवाद के प्रति “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत उठाया गया है।
🔴 प्रमुख कार्रवाई:
1. आशिक नेगरू (जैश-ए-मोहम्मद कमांडर, पुलवामा):
राजपोरा कॉलोनी, पुलवामा में स्थित आशिक नेगरू का दो-मंजिला मकान प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। यह मकान सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना था और पहले ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा सील किया जा चुका था। नेगरू को 2019 के पुलवामा हमले में आरोपी घोषित किया गया है और अप्रैल 2022 में उसे “नामित आतंकवादी” घोषित किया गया था।
2. अमीर खान (हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर, पहलगाम):
अनंतनाग जिले के लिवर गांव में स्थित अमीर खान के घर की बाउंड्री वॉल को प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया। यह कार्रवाई स्थानीय पंचायत की शिकायत के बाद की गई, जिसमें कहा गया था कि यह संपत्ति सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी। अमीर खान वर्तमान में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सक्रिय है। India Today
3. आसिफ शेख (आतंकी, त्राल):
त्राल, पुलवामा में स्थित आसिफ शेख के घर को सुरक्षा बलों ने विस्फोटकों की मदद से उड़ा दिया। यह कार्रवाई उस समय की गई जब सुरक्षा बलों को संदेह था कि घर में विस्फोटक सामग्री छिपाई गई है।
4. आदिल शाह (आतंकी, पुलवामा):
आदिल शाह के घर को भी बुलडोजर की मदद से ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के तहत की गई है।
🛑 सरकारी रुख:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक में आतंकवाद के समर्थन में बने “आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र” को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को निर्देश दिया कि आतंकवाद के प्रति “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई जाए और ऐसे सभी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए जो आतंकवाद को समर्थन, सहायता या प्रोत्साहन देते हैं। Rising Kashmir
🔗 Important Links (Sources):
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📰 The Indian Express – J&K admin razes house of Jaish militant
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📰 ETV Bharat – Hizbul commander Amir Khan’s house demolished in Anantnag
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📰 The Vocal News – After Pahalgam attack, terrorist houses demolished