उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बयान में कांग्रेस पर डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग वक्फ बोर्ड के नाम पर हिंसा भड़का रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ का यह बयान राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चल रही बहस का हिस्सा है। कांग्रेस या अन्य विपक्षी दल अक्सर बीजेपी पर दलितों और अल्पसंख्यकों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हैं, जबकि बीजेपी नेतृत्व इन आरोपों को खारिज करते हुए विपक्षी दलों पर जाति और धर्म के नाम पर विभाजन फैलाने का आरोप लगाता है।
वक्फ संपत्ति एक संवेदनशील मुद्दा है, जिस पर कुछ मुस्लिम संगठन और विपक्षी दल सरकार के रुख को लेकर आलोचना करते रहे हैं। बीजेपी की सरकार का कहना है कि वह कानून व्यवस्था और सामाजिक न्याय के मद्देनजर नीतियां बना रही है।
इस तरह के बयानों का राजनीतिक प्रभाव होता है और ये चुनावी रणनीति का हिस्सा भी हो सकते हैं। दलित और अल्पसंख्यक मतदाताओं को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस देखने को मिलती है।